इस सप्ताह हम अंडाशय, प्रोस्टेट ग्रंथि, मूत्राशय और गुर्दे जैसे पेट के अंगों को मजबूत करने के लिए प्रजनन योग आसनों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। स्वस्थ प्रजनन प्रणाली का होना आपकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
निम्नलिखित दो प्रजनन योग आसन न केवल शक्ति का निर्माण करते हैं बल्कि मांसपेशियों में लचीलापन भी लाते हैं। यह लचीलापन मस्तिष्क को संकेत है कि आपका शरीर एक स्वस्थ गर्भावस्था के लिए गर्भधारण करने और जीवित रहने की सही स्तिथि में है।
प्रजनन योग आसन: बध्ध कोनासन
बध्ध कोनासन मुद्रा को तितली मुद्रा के रूप में भी जाना जाता हैं। यह आपकी आंतरिक जांघो, जननांगो, कूल्हे क्षेत्र और घुटनो की मांसपेशियों को खिंचते हुए आपके लचीलेपन में सुधार करता है। यह अधिक सहायक प्रजनन योग व्यायामों में से एक है ऑफ समय आने पर यह स्मूथ और कम दर्दनाक प्रसव में भी मदद कर सकता है।
- यह कैसे करना है:
- अपनी रीड़ की हड्डी के साथ आराम से बैठे, और पैर आपके सामने फैलाकर बैठिए।
- अपने पैरों को अंदर की ओर मोड़े ताकि आपके पैरों के तलवे एक-दूसरे के सामने हो।
- अपने पैरों को एक साथ पकड़े और उन्हें श्रोणि क्षेत्र के करीब खिंचे।
- अपने पैरों को पकड़ते समय, अपनी जांघो को तितली के पंखों की तरह ऊपर-नीचे करे।
- इस आसन का जितनी बार हो सके अभ्यास करें। दिन में 5-6 सेट आदर्श है।
प्रजनन योग आसन -सुप्ता बध्ध कोनासना
यह योग मुद्रा आपकी आंतरिक जांघ और कमर की मांसपेशियों को मजबूत करती है। यह मासिक धर्म की ऐंठन, सूजन और तनाव से राहत दिलाने में भी सहायक है।
यह कैसे करना है:
- फर्श पर अपनी पीठ पर सीधे लेटे। अगर जरूरत हो तो अपनी गर्दन को तकिये पर रखे।
- अपनी हथेलियों को अपनी तरफ से मजबूती से ऊपर की ओर रखे।
- अपनी तलवो को फर्श को छूने के साथ अपने घुटनो को ऊपर की ओर झुकाएं।
- अपने घुटनों को साइड की तरफ करे ताकि आपके पैर एक-दूसरे को छू सके।
- 7-8 मिनट के लिए आसन को पकड़े रहिये।
हालांकि इन पोज का पालन करना आसान है, हम आपको एक पेशेवर योग विशेषज्ञ से सलाह लेने की सलाह देते है। अपने क्षेत्र के पास बेबी इंडियन अनुमोदित भागीदारों का पता लगाएं और एक स्वस्थ योगिक जीवन शैली शुरू करे।