प्रजनन योग – सप्ताह 6

Last updated On July 20th, 2021

इस सप्ताह हम दो महत्वपूर्ण योगों पर ध्यान केंद्रित करते हैं जो आपकी रीढ़ को मजबूत करते हैं और प्राकृतिक गुरुत्वाकर्षण का उपयोग करके आपके शरीर के अंगों को उत्तेजित करते हैं।

भुजंगासन

भुजंगासन एक कोबरा के आसन जैसा दिखता है। यह लचीलापन बढ़ाता है, पेट को टोन करता है, पीठ और कंधो को मजबूत करता है और रक्त परिसंचरण में सुधार करता है।

यह कैसे करना है:

  1. अपने पेट पर जमीन पर सपाट लेटे।
  2. अपने पैरों को एक-दूसरे के करीब रखें और हाथो को बाजुओं से।
  3. एक गहरी सांस ले और अपने ऊपरी शरीर को जमीन से खींचकर ऊपर उठाएं और अपने ऊपरी शरीर को पीछे की ओर ढकेले।
  4. सांस छोड़े और धीरे-धीरे मूल मुद्रा में वापिस आए
  5. इसे 5 बार दोहराएं और बिना किसी दर्द को महसूस किए इसे धीरे-धीरे और धीरे/धीरे करे।

रीढ़ सिर और शरीर को जोड़ती है। भुजंगासन रीढ़ का एक कोमल व्यायाम है जो इस सम्बंध की रक्षा करता है और संवेदी प्रणाली में सुधार करता है।

यदि आपको अपनी रीढ़ के साथ कोई स्वास्थ्य सम्बन्धी चिंता है तो आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

विपरिता करणी

माना जाता हैं कि विपरिता करणी आपके शरीर पर एन्टी-एजिंग प्रभाव डालती है और आपके पेल्विक क्षेत्र में रक्त परिसंचरण में सुधार करती है। यह आसन सेक्स के बाद आराम करके आपके गर्भाधान की संभावना को काफी बढ़ा सकता है।

यह कैसे करना है:

  1. सीधे पैर फैलाकर अपनी पीठ के बल लेटे।
  2. धिरे-धीरे अपने पैरों को 90 डिग्री के कोण तक उठाये और जितनी देर तक आप कर सकते हैं, मुद्रा

को पकड़े रहिये।

  1. आसन को लगभग 5-8 बार दोहराएं।

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