प्रजनन योग, प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने और गर्भधारण करने में मदद करता है। गर्भावस्था शरीर के स्वास्थ्य और मन की शिथिलता से प्रभावित होती है। ओवुलेशन के दौरान फिट और तनाव मुक्त रखने गर्भावस्था प्राप्त करने के लिए जरूरी होता हैं।
नीचे दी गई दो योग तकनीके, आपके मन को शांत करने और आपकी श्रोणि की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करेगी ताकि आप गर्भधारण के लिए तैयार हो सके।
प्रजनन योग -आसन: भ्रामरी प्राणायाम
भ्रामरी प्राणायाम तनाव और चिंता को कम करने का एक शानदार तरीका है। चुकी तनाव बांझपन के पीछे एक प्रमुख कारण है, भ्रामरी प्राणायाम एक जरूरी कोशिश है।
यह कैसे करना है:
- अपनी आंखे बंद केके आराम से बैठे
- अपने आस-पास के शोर को ब्लॉक करने के लिए अपनी तर्जनी को अपने कान के उपास्थि में रखे।
- गुनगुनाहट करते हुए गहरी सांस छोड़ें
- 5-6 बार दोहराएं और जब तक आप कर सकते हैं तब तक करे।
प्रजनन योग -आसन : पश्चिमोत्तासन
पश्चिमोत्तासन को सीटेड फॉरवर्ड फोल्ड के रूप में भी जाना जाता है। यह योग आसन आपकी पीठ के निचले हिस्से, कूल्हों और हमस्टिंग्स पर मांसपेशियों को फैलाता है। यह महिलाओं में प्रजनन क्षमता में सुधार के लिए उपयोगी है क्योंकि यह मानसिक तनाव को कम करते हुए अंडाशय कर पेट जैसे महत्वपूर्ण अंगों को महत्वपूर्ण बनाता है।
यह कैसे करना है:
- अपने पैरों को फैलाकर बैठे और पैर के अंगूठे को अपनी ओर इशारा करते हुआ रखे।
- श्वास ले और अपने हाथों को अपने सिर पर फैलाये
- सांस छोड़ते हुए अपनी रीढ़ को धीरे-धीरे रखते हुए अपने पैरों के किनारों को सीधा रखें
- 2 मिनट के लिए स्तिथि पकड़े रहिये
- श्वास ले और अपनी बाहों के साथ फिर से बैठे हुए, इस स्तिथि में वापस आए और फिर साँस छोड़े।
- जब तक आप 5-6 बार के साथ सहज नही हो जाते
- जब तक आप 5-6 बार के साथ सहज नही हो जाते तब तक आभास करे।
आशा है कि ये दो प्रजनन योग आसन आपको इस सप्ताह पर्याप्त आराम प्रदान करे। यदि आपको इन प्रजनन योग आसनों का अभ्यास करने में मदद की आवश्यकता है तो अपने निकट के भागीदारों तक पहुँचे। वे विशेषज्ञ हैं और एक स्वस्थ योगिक जीवन शैली का पालन करने में आपकी मदद करते है।